अक्सर सीए करने वाले छात्रों के मन में सवाल रहता है की सीए करने में सबसे बड़ी चुनौती क्या है | और इसका जवाब है की सीए करना खुद एक चुनौती है | सीए में प्रवेश परीक्षा यानि की सीए फ़ाउंडेशन से लेकर सीए फाइनल तक हर एक परीक्षा को पास करना ही सबसे बड़ी चुनौतियाँ है |
सीए कोर्स को पास करने में सबसे बड़ी कठिनाइयाँ है इसका विशाल सिलेबस , हर विषय की गहराई से जानकारी , कोर्स की निश्चित समय अवधि, और पास होने का दबाव का सामना हर सीए के छात्र को करना पड़ता है |
अक्सर छात्र एक प्रयास में सफल नहीं हो पाते है और उन्हें कई प्रयासों के बाद सफलता मिलती है लेकिन इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है की आपको कितने प्रयासों में सफलता मिली | बस अगर आप एक बार आप चार्टेड एकाउंटेंट बन गए तो आपसे कोई नहीं पूछेगा की आपने सीए पास करने के लिए कितनी बार प्रयास किये थे |
आसान प्रवेश पर कठिन है निकलना
सीए अन्य किसी भी प्रोफेशनल कोर्स की तुलना में अलग है | जहा मेडिकल और इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश करना बहुत कठिन है लेकिन अगर आप इसमें पास हो जाते है तो आप निश्चित ही डॉक्टर या इंजीनियर बनकर बाहर निकलते है | सभी इस बात को अच्छे से जानते है की सीए कोर्स में प्रवेश तो आसानी से किया जा सकता है लेकिन इसे पास करना बहुत ही मुश्किल काम है |
सीए कोर्स को 4 भागों में बाँटा गया है –
CA फाउंडेशन कोर्स
CA इंटरमीडिएट कोर्स
3 साल की आर्टिकलशिप
CA फाइनल कोर्स
पहली चुनौती – CA फाउंडेशन कोर्स
सीए फ़ाउंडेशन कोर्स सीए कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा है | पहले इसे CPT के नाम से जाना जाता था लेकिन अब इसे बदलकर सीए फ़ाउंडेशन कर दिया गया है | सीए फ़ाउंडेशन के सिलेबस को 4 विषयों में बाँटा गया है | जिसमे 2 पेपर वस्तुनिष्ठ आधार पर और 2 पे पर विषय आधारित है | सीए फ़ाउंडेशन का कोर्स बहुत कुछ 12th के सिलेबस से मिलता जुलता होता है | और इसमें कुछ 12th के आधार पर ही कुछ बेसिक जानकारी पूछी जाती है | इसे पास करना इंटरमीडिएट और फाइनल की तुलना में अधिक आसान है | इसका परिणाम 30 से 35 % के बेच में रहता है |
दूसरी चुनौती – CA इंटरमीडिएट कोर्स
छात्रों के सीए फ़ाउंडेशन को पास कर लेने के बाद असली चुनौती आना शुरू होती है | सीए इंटरमीडिएट यह दूसरी चुनौती है | पहले सीए इंटरमीडिएट को IPCC के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसका नाम बदलकर सीए इंटरमीडिएट कर दिया गया है | सीए इंटरमीडिएट को 2 ग्रुप में बांटा गया है | प्रत्येक ग्रुप में 4 – 4 पेपर होते है | ये पेपर आपकी बुद्धिमत्ता का परीक्षण करते है और यह सीए कोर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है |
तीसरी चुनौती – CA आर्टिकलशिप
सीए की इस बेहद महत्वपूर्ण और कठिन परीक्षा इंटरमीडिएट को पास करने के बाद छात्र 3 साल की आर्टिकलशिप के लिए आवेदन कर सकते है | और इसके बाद छात्र व्यावहारिक रूप से सीए के कार्य को समझ पाते है |
आर्टिकलशिप के दौरान छात्र उन चुनौतियों का सामना करना सिख पाते है जो भविष्य में सीए बनने के बाद उनके सामने आएगी | वैसे तो छात्रों को सीखने के हिसाब से यह एक बहुत ही अच्छा समय है लेकिन साथ ही इसमें छात्रों को ख़ासी मेहनत भी करनी पड़ती है | यह ऐसा समय है जब छात्रों को बहुत ही कम मेहनताने में काम करना पड़ता है | लेकिन इस प्रशिक्षण के दौरान छात्र जितनी मेहनत करते है उतनी कम मेहनत उन्हें सीए बनने के बाद करनी पड़ती है |
आर्टिकलशिप करने के लिए कई छात्र डमी प्रशिक्षण का सहारा लेते है लेकिन यह उनकी एक बड़ी गलती होती है और इसका पछतावा उन्हें बाद में होता है | इस बाद से कोई भी फर्क नहीं पड़ता है की आपको कितने प्रयास करने पड़े इस पास करने में | एक बार सीए की परीक्षा में पास होने के बाद कोई भी यह बात कहने की हिम्मत नहीं कर सकता की आप चार्टेड अकाउंटेंट बनने के लायक नहीं हो |
अंतिम और सबसे कठिन चुनौती – CA फाइनल
आर्टिकलशिप के दौरान बड़े ही धैर्य और कड़ी मेहनत के साथ 2.5 साल के प्रसिक्षण के बाद आखिर में आपके सामने वो सबसे बड़ी चुनौती आती है जिसके लिए आपने अपने बहुमूल्य 5 साल का समय दिया है | सीए की इस अंतिम परीक्षा में छात्रों की कड़ी परीक्षा ली जाती है जिसे छात्र अपनी बुद्धिमत्ता, समय संयोजन, गहराई से जानकारी के द्वारा पास कर चार्टेड अकाउंटेंट बनते है| इस परीक्षा में इस बात का भी परिक्षण किया जाता है की प्रशिक्षण के दौरान आपने कितना ज्ञान हासिल किया है |
सीए इंटरमीडिएट को पास करने और 2.5 साल की आर्टिकलशिप पास कर लेने के बाद सीए फाइनल के लिए आवेदन कर सकते है | सीए फाइनल का परिणाम 8 से 10% के बीच में रहता है | और अधिकांश छात्र इस परीक्षा को 3 या उससे अधिक प्रयास में पास कर पाते है |
अधिक प्रयासों में सफलता मिलने की वजह ये नहीं है की उन्होंने कठिन मेहनत नहीं की बल्कि इसकी एक बड़ी वजह ये है की उन्होंने और पूरा ध्यान पढाई पर नहीं लगाया | 3 साल का समय पर्याप्त होता है किसी भी छात्र के लिए अच्छी पढाई के लिए | लेकिन प्रशिक्षण अवधि के दौरान छात्र पढाई के बजाय काम पर अधिक ध्यान देते है और केवल 6 महीने के समय में इस परीक्षा के बड़े सिलेबस को पूर्ण करना चाहते है जो की बहुत ही मुश्किल है |
इसलिए इस समस्या का बस एक भी समाधान है की आर्टिकलशिप चलने के दौरान भी आपको लगातार अपने सिलेबस के अनुसार सीए फाइनल की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए | लेकिन छात्रों को लगता है की ऑफिस में काम करने के बाद वे सीए की पढाई के लिए समय नहीं निकाल सकते | लेकिन ध्यान रखिये सीए पास करने के लिए आपको कड़ी मेहनत की जरुरत है | और सीए कोर्स ने आपको नहीं बल्कि आपने सीए कोर्स को चुना है इसलिए इसके हिसाब से ही आपको मेहनत की जरुरत होगी | और आपने इन वर्षो में अगर सही ढंग से मेहनत कर ली तो आप अपने और अपने परिवारजन के सपनों को अवश्य पूरा कर पाएंगे |